वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
१२ मई, २०१७
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
दोहा:
मांस मांस सब एक है, मुर्गी हिरणी गाय |
आँख देखि नर खात है, ते नर नरकहि जाय || (संत कबीर)
प्रसंग:
माँसाहार क्या है?
क्या पापों में महापाप है निर्दोष जानवर, पक्षियों को मारना?
क्या प्रकृति हिंसा से भरी हुई है?
शुद्ध शाकाहार क्यों चुनें?
क्या फल,सब्जी ये सब खाना भी हिंसा है?
क्या जीव के लिए मांसाहार हिंसा नहीं होता है?
क्या मांसाहार ज़रूरी है?
मांसाहार करने के क्या कारण हैं?
मांसाहार क्यों त्याग देना चाहिए?
जीव-हत्या पाप क्यों है?
शाकाहारी हो जाने से क्या लाभ होता है?
शुद्ध शाकाहारी होने से क्या-क्या फ़ायदे होते हैं?